राजाओं की ऐतिहासिक बैठक
• स्थान - नागपुर
• तिथि - 15 दिसम्बर 1947 को
• शामिल - छत्तीसगढ़ की 14 रियासतों में से 11 रियासतों के शासक
• केन्द्रीय पदाधिकारी - सरदार वल्लभ भाई पटेल, सचिव - वी. पी. मेनन
• प्रांतीय पदाधिकारी - गवर्नर - मंगल दास पकवासा, मुख्यमंत्री - पं.
रविशंकर शुक्ल
छत्तीसगढ़ के रियासतों का विलय
• 1 जनवरी 1948 को भारत संघ में विलय हो चुका था।
• नेतृत्वकर्ता - सरदार वल्लभ भाई पटेल
• सहयोगी - पं. रविशंकर शुक्ल
छत्तीसगढ़ के रियासत, संस्थापक एवं विलय पत्र पर हस्ताक्षरकर्ता
• सभी रियासतों के शासकों ने संविलियन पत्र में हस्ताक्षर किए थे जो निम्न
प्रकार से है -
देशी रियासत
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संस्थापक
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विलय पत्र पर हस्ताक्षरकर्ता
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नांदगांव | महंत हरिदास | रानी जयंती देव |
रायगढ़ | मदन सिंह | ललित सिंह |
सारंगढ़ | नरेन्द्र साय | नरेश चंद्र सिंह |
बस्तर | अन्नमदेव | प्रवीरचंद्र भंजदेव |
कांकेर | कन्हरदेव | भानुप्रताप सिंह देव |
खैरागढ़ | लक्ष्मीनिधि राय | राजा वीरेन्द्र बहादुर सिंह |
छुईखदान | महंत रूपदास | रितुपर्ण किशोर दास |
कवर्धा | महाबली सिंह | धर्मराज सिंह |
कोरिया | धारामल साह | रामानुज प्रताप सिंह |
उदयपुर |
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चंद्रचूड़ प्रताप सिंह देव |
सक्ती | हरि व गुजर | लीलाधर सिंह |
सरगुजा | विष्णु प्रसाद सिंह | रामानुज शरणसिंह देव |
चांगभखार | जगदीश सिंह | कृष्णप्रताप सिंह |
जशपुर | सुजानदेव | टी. सी. आर. मेनन |
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